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प्रबंधन की विलंबित निति
धन्यवाद हमारे वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी महोदय का जिन्होंने 25 जुलाई 2010 को क्षेत्रीय ग्रामीण बैंको के अध्यक्षों को संबोधित करते हुए ग्रामीण बैंक कार्मिको को नौवां द्विपक्षीय वेतन अगस्त 2010 में ही भुगतान करने का निर्देश दे दिया अन्यथा नियमो की दुहाई अनुमोदन ,बोर्ड , प्रायोजक बैंक तथा नाबार्ड की दुहाई देते हुए कम से कम तीन माह औरबिताने के बाद ही नया वेतन दिया जाता .
भारत सरकार द्वारा नौवां द्विपक्षीय वेतन ग्रामीण बैंक कार्मिको को अगस्त 2010 में भुगतान करने का निर्देश दुर्ग राजनांदगाँव ग्रामीण बैंक के ही कुछ कार्मिको को अच्छा नहीं लगा . मजबूरी वश अगस्त 2010 से बढे हुए वेतन का भुगतान
का आदेश दिया गया है . बकाया राशि के भुगतान को विलंबित करने का शरारत पूर्ण नया बहाना ढुंढ़ा गया और संबंधित कार्मिको से सहमति पत्र प्राप्त करने का नया ढोंग रचा गया . विगत लम्बे समय से कार्मिको को वेतन भुगतान निर्धारण समस्त कार्य प्रधान कार्यालय के द्वारा किया जा रहा है,फिर सहमति पत्र की आवश्यकता क्यों , केवल बकाया वेतन को कम से कम एक माह विलंब से भुगतान करना ,जिससे चौकड़ी को आत्मा संतुष्टी मिलेगी . यदि किसी कार्मिक को ज्यादा भुगतान हो जाता है तो क्या प्रबंधन उससे भुगतान की गई अतिरिक्त राशि को वसूल नहीं पायेगा तथा किसी कार्मिक को कम राशि भुगतान होने पर क्या वह कार्मिक अंतर की राशि को पाने का हकदार नहीं है, शायद दुर्ग राजनांदगाँव ग्रामीण बैंक प्रबंधन ऐसा ही सोचता हो .
दुर्ग राजनांदगाँव ग्रामीण बैंक के कुछ कार्मिको को यह घंमड हो गया है कि, उनके बिना यह बैंक नहीं चल सकता वे ही इस बैंक को चला रहे है ऐसा उन्हें गुमान हो गया , और हो भी क्यों नहीं जब बैंक का मुखिया यहाँ खुले आम घोषणा करे की मै तो अमुक ब्यक्ति को सेवा निवृत होने के बाद भी उन्हें काम पर रखुंगा . भगवान न करे कही वह ब्यक्ति स्वर्ग लोक चले जाएगा दुर्ग राजनांदगाँव ग्रामीण बैंक का वर्तमान प्रबंधन उन्हें वहां से भी ले आयेगा .
साथियों हमें हमारे अध्यक्ष का वह बात भी याद है जब वे कहते रहे कि मै इस बैंक में सेकण्ड लाइन साल भर के अंदर तैयार कर लूंगा , परन्तु वादे तो केवल वादे है.
साथियों जहां आपने बतीस माह नया वेतन के लिए इंतजार किया वहिं बकाया वेतन के लिए एक माह और विलंब कम से कम
तथाकथित स्वयम्भू कार्मिको को आत्म संतुष्टि तो मिलेगी .
हम धीरज रखेंगे
बघेल बी. एस.
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